चाँदनी का सफर कहाँ छूट गया?

चाँदनी का सफर कहाँ छूट गया?

चाँदनी का सफर कहाँ छूट गया?

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एक समय था जब नीले आसमान में सोने की परछाईं रहती थी। वो जगमगाती और सबको प्रसन्न करती । पर अब वो कहाँ चली गयी? क्या वो समुद्र में मिल चुकी है या फिर समय का खेल है यह ?

  • सोने की परछाईं को पाने के लिए हम क्या कर सकते हैं?

निरंतर जागरण का अहसास

जीवन एक बहुआयामी यात्रा है जो हमें विभिन्न अवस्थाओं के माध्यम से ले जाती है। यह पल हमारे लिए एक अनूठा अवसर है, लेकिन अक्सर हम नियंत्रण से बाहर रह जाते हैं और स्वयं को समझने में असफल हो जाते हैं। निरंतर जागरण का अहसास हमें यह महसूस कराता है कि हम मनुष्य हैं और हमारे जीवन में {उद्देश्य है|भागीदारी है|अर्थ है।

यह अनुभव हमें सकारात्मक बनाती है, क्योंकि हम पकड़ लेते हैं कि जीवन केवल एक साया नहीं है, बल्कि यह एक अद्भुत यात्रा है जो हमें {उन्नत करता है|परिवर्तन लाता है|ज्ञान की ओर ले जाता है।

चिंतन के जाल में फंस कर गिरना

एक चिंतन महाराज की कल्पना करो जिसका दिमाग एक विशाल जाले से भरा हो।

हर सोच, हर आभास एक बारीक धागा है जो उसे घेरता है। वह इस जाले में इतनी गहराई तक {डूब{ गया है कि वास्तविकता से जुड़ने का रास्ता खो गया है।

शरीर को आराम नहीं मिलता

कभी-कभी हमेशा रात में सोने में समस्या होती है। जब यह हर रात होता है तो यह चिंता का विषय नींद क्यों नहीं आती? बन सकता है। नींद न आने के कई माध्यम हो सकते हैं जैसे की दबाव, भोजन में बदलाव, या नियमित व्यायाम न करना।

नींद न आने की समस्या को समाधान ढूंढना जरूरी है, क्योंकि यह आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है। यह बहुत ज़रूरी है कि आप अपने डॉक्टर से बात करें और अपनी समस्या का समाधान खोजने में मदद लें।

थके हुए शरीर , आत्मा घबराहट

यह तो हर किसी का अनुभव है। जब इंसान थक जाता है, तो उसकी सोच भी धुंधली हो जाती है, और उसे कोई उत्साह मिलता।

आपदा और तनाव का हाथी

यह हाथी बहुत बड़ा होता है। यह हमारी सोच में बस जाता है और हमें घेर लेता है। जब डर और चिंता हम पर छा जाती है, तो यह हाथी और भी विशाल हो जाता है।

यह हमें रोक देता है और हमारे जीवन को ख़त्म करने की कोशिश करता है।

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